सुनो सरगम !
लाखों-लाख सालों का वज़न लेकर प्यार-
लाखों-लाख टनों के आँसू लेकर प्यार -
लाखों-लाख इंसानों को पार करके प्यार -
करना -
करते रहना..
फिर निपट अकेले ही
हेल्थ-कार्ड उठाकर
वे दवाइयाँ ढूंढना
जो आज खानी हैं, और
दो - एक टेबलेट दबाकर
लाखों-लाख आगामी ज़िंदगियों
की डगर को सूनी
आँखों से तकना -
तकते रहना ..
लाखों-लाख सालों का वज़न लेकर प्यार-
लाखों-लाख टनों के आँसू लेकर प्यार -
लाखों-लाख इंसानों को पार करके प्यार -
करना -
करते रहना..
फिर निपट अकेले ही
हेल्थ-कार्ड उठाकर
वे दवाइयाँ ढूंढना
जो आज खानी हैं, और
दो - एक टेबलेट दबाकर
लाखों-लाख आगामी ज़िंदगियों
की डगर को सूनी
आँखों से तकना -
तकते रहना ..
लाखों-लाख आगामी ज़िंदगियों
जवाब देंहटाएंकी डगर को सूनी
आँखों से तकना -
??????
समझ में नहीं आयी बात !
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएं"यह पोस्टलेखक के द्वारा निकाल दी गई है." yh baat mujhe samjh me nhi aayi
जवाब देंहटाएंसमझाता हूं........पहले टिप्पणी करो ..फिर उसे डिलीट कर दो (मेरे ब्लाग पर ,अपने पर नहीं).......फिर उसे देखॊ.....समझ में आ जायेगा !
जवाब देंहटाएंहां यार मुझे लिखावट की स्याही के रंग से समझ लेना था
जवाब देंहटाएंशायद कविता का teller आगामी हर दिन एक नयी मौत मरता है ...कई जन्म भी लेता है ....इसलिए आगामी जिंदगियां
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